
नमस्कार सभी सम्मानित गण।
अर्ज किया है कि हमारे समाज में एक से बढ़कर एक चिराग है जहाँ रौशनी की कोई कमी नहीं होती जरुरत है तो बस जलाये रखने की! जरुरत है तो बस जूनून बनाये रखने की!
जरा गौर फरमाना!
ऐ मेरे सामाजिक भाईओ मेरे समाज सेवीओं कभी खुद को ना तुम हमसे अलग करना!
क्योंकि सच्ची समाज सेवा अगर हमारे दिल में है तो एक आवाज और लाखों दिल भाईचारे के मिल जाते हैं जरुरत है तो बस समाज को अपना बनाने की!अपना बनाए रखने की।
समाज के खूबसूरत पलों को मेरी निगाहों में बसाना चाहता हूँ बस यूँ समझना कि मैं समाज के लिए अपनी कलम से दो शब्द लिखना चाहता हूँ!लिखना चाहता हूँ!
धन्यवाद..
आदर्श पाल समाज।
अवधेश रामराज पाल।
राष्ट्रीय सचिव।
7506576377
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