
पारिवारिक एकता
आओ हम सब एक हो जाएं
इस जग को खुशहाल बनाएं
एक हो सबका हृदय
दिल हो सबका सदय
आओ एक उद्देश्य बनाएं
हों प्रफुल्लित सब सम्रद्धि लाएं
हो प्रेम सबके मत एक हों
मन मिलें सोच नेक हो
आओ खुद में बदलाव लाएं
परिवार में हम एकता बढ़ाएं
एक का दुःख सबका दुख हो
हर दर्द में सब सरीक हों
आओ बढ़ें सबको बढ़ाएं
सुख दुख में समभाव लाएं
मात-पिता हों पूज्य परिवार में
कमी न हो उनके कभी मान में
आओ एक नया कदम बढ़ाएं
जीवन उनका आनंदमय बनाएं
घर-घर में हो शांति सद्भावना
आपस में हो प्यार की भावना
आओ प्रेम का दीप जलाएं
जग में एकता की ज्योति फैलाएं
शिक्षित हों बच्चे संस्कारी भी
सुसंस्कृत हों बनें आज्ञाकारी
आओ धरती स्वर्ग बनाएं
विश्व बन्धुत्व की भावना लाएं।।
-.पदमावती 'पदम'
आगरा।
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