लखनऊ में नेचुरोपैथी एक समग्र आयुर्विज्ञान एवं नेचुरोपैथी परामर्श शिविर का आयोजन

लखनऊ 17 फरवरी, स्थानीय जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ में नेचुरोपैथी एक समग्र आयुर्विज्ञान एवं नेचुरोपैथी परामर्श शिविर का आयोजन नेशनल इंस्टीट्यूट आफ नेचरोपैथी पुणे, आयुष मंत्रालय भारत सरकार एवं इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन के संयुक्त तत्वावधान में वैदिक योग- प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान (रजिस्टर्ड) द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ० सत्येंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि पाचन तंत्र से संबंधित रोग जैसे अजीर्ण, गैस ट्रबल, फैटी लीवर, एसीडिटी, मोटापा एवं बवासीर के उपचार में हाइड्रो  थेरेपी, मड थेरेपी कारगर है।
          विशिष्ट अतिथि आयुर्वेद, यूनानी एवं तिब्बी चिकित्सा परिषद (उत्तर प्रदेश)  के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. एल.बी. यादव ने कहा कि यदि आमजन भारत की  प्राचीन एवं परंपरागत श्री अन्न बाजरा, जौ, मडुवा, मक्का,सेला चावल छिलके वाली दालें, गेहूं व जौ की दलिया, अंकुरित अनाज का सेवन करना आरंभ कर दें तो भारत की जनता को कुपोषण एवं रोगों से मुक्त किया जा सकता है, के.जी.एम.यू. के पूर्व मनोवैज्ञानिक एवं योग विशेषज्ञ डॉ. डी.एन. राय ने कहा कि केवल 15 मिनट नाड़ी शोधन प्राणायाम के अभ्यास से 72000 नाड़ियों का शोधन किया जा सकता हैं 7 मिनट ओम शब्द के नियमित उच्चारण से मानसिक तनाव तथा अल्जाइमर जैसी असाध्य मानसिक रोग को दूर किया जा सकता है।
         बलरामपुर चिकित्सालय के योग विशेषज्ञ एवं वरिष्ठ प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. नंदलाल जिज्ञासु ने बताया कि नेचुरोपैथी एक समग्र आयुर्विज्ञान है जिसमें  रोग निवारण, गंभीर रोगों का प्रबंधन, स्वास्थ्य संरक्षण एवं स्वास्थ्य संवर्धन की अद्भुत क्षमता है।
        मेडिटेक ट्रेनिंग एंड  रिसर्च इंस्टीट्यूट के चेयरमैन डॉ. अरुण कुमार भरारी ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा के जन जागरण से गांव तथा शहर के लोगों को गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है तथा महात्मा गांधी जी के सपनों को साकार किया जा सकता है।
     षटकर्म एक्सपर्ट योगी वीरेंद्र विक्रम सिंह ने जलनेति क्रिया, सूत्र नेती क्रिया, कुंजल क्रिया, जो कि नासिका एवं उदर रोगों को जड़ से समाप्त करने में कारगर है का व्यावहारिक प्रशिक्षण डाइट के छात्र- छात्राओं को दिया।
       कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य अजय कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना जैसी महामारी तथा अन्य शारीरिक व मानसिक रोगों से बचना चाहते हैं तथा अपनी जीवनी शक्ति को बढ़ाना चाहते हैं तो नियमित योगिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा युक्त जीवन शैली अपनाना होगा।
       कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री राजेश कुमार वर्मा, प्राकृतिक चिकित्सक डॉ शिखा गुप्ता, मनोवैज्ञानिक एवं परामर्शदाता प्रिया वैद्य, कुलदीप यादव, संजीत कुमार, डायट की  व्याख्याता डॉ सुनीता बिष्ट, राकेश प्रताप सिंह, सुनील कुमार द्विवेदी, इंजीनियर एम.एल. शर्मा, उच्च न्यायालय के सरकारी अधिवक्ता अतुल कुमार  एवं अधिवक्ता रामानंद सैनी सहित डाइट के लगभग 250 प्रशिक्षु अध्यापकों ने कार्यक्रम में अपनी सहभागिता की।

 भवदीय 

डॉ. एन.एल.जिज्ञासु 
स्टेट कन्वीनर
 इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन उत्तर प्रदेश 
मो. 8115400106

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