कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती ....... यह बात संचिता (सोना) पर बिल्कुल सही बैठती है

प्रयागराज निवासी ई4यू इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर आयूब खान ने दिया ब्रेक

(आईपी रामबृज)

प्रयागराज 25 जून, संचिता कोलकाता के बहुत ही छोटे से गांव (देंगल डाटन) पश्चिम मिदनापुर की है जो बहुत ही गरीब घर से है लेकिन आज से कई साल पहले बचपन से ही फिल्मों की नायिका बनने का सपना देखने लगी थी जिसपर लोग हंसते और मजाक उड़ाते थे लेकिन संचिता ने किसी की नहीं सुनी और अपने सपने को पूरा करने की कोशिश निरंतर करने लगी। पढ़ाई करना संचिता को पसंद नहीं था लेकिन बचपन से ही वह बहुत ड्रामेबाज थी। संचिता के पिता वेल्डिंग का काम करते थे किन्तु वे सदैव संचिता से बोलते थे कि वाकई में तुझे कुछ अच्छा बनना है तो शिक्षा बहुत जरूरी है। संचिता की मम्मी स्वास्थ्य विभाग में एक छोटी सी जॉब करती थी इसलिए बच्चों के सपनों को पूरा करने के लिये संचिता के माता पिता ने जितना भी हो सकता था किये।
       आज संचिता के पिता इस दुनिया मे नहीं है यह उसके लिये दुःख की घड़ी है जिसे वह हर पल उन्हें मिस करती है लेकिन इसके लिये वह क्या कर सकती है। सच्चाई तो यही है कि सबको एकदिन जाना ही है। पिता की एक बात संचिता के दिमाग मे बैठ गयी थी कि अगर कुछ बनना है तो शिक्षा बहुत जरूरी है जिसकी वजह से संचिता स्नातक पूरा  किया और बचपन मे जो सपना देखा करती थी आज वो सपना पूरा हो रहा है।
       संचिता को नृत्य में काफ़ी शौक था जिसके लिये वो क्लासिकल और भरत नाट्यम दोनो सीखा जो उसके लिये बहुत काम आ रहा है। संचिता पहली बार 2014 में मुम्बई डांस इंडिया में प्रतिभाग किया किन्तु उसमे उसका चयन नहीं हुआ फिर भी निराश नहीं हुई, फिर संचिता ने इंडिया गाट टैलेन्ट में प्रतिभाग किया और चयन होने के बावजूद स्कूल की परीक्षाएं देनी थी जिसकी वजह से वो कोलकाता चली गई। मुम्बई में संचिता के दीदी और जीजा रहते है जो उसका बहुत सपोर्ट करते है। अब संचिता अपने सपने को पूरा करने के लिये मुम्बई वापास आ चुकी थी लेकिन फिल्मो में आडिशन अंधेरी, गोरेगांव के आस पास ही होते है लेकिन संचिता अपनी दीदी और जीजा के साथ न्यू मुम्बई वासी में रहती थी जहां से आने जाने में प्रोब्लम होती थी फिर भी संचिता को फिल्मो में छोटा छोटा रोल मिलने लगा। संचिता पहली बार कैमरे को फेस किया था नाप तौल फिटनेस के वेल के शूट के लिये जिसमे वो थोड़ा डरी हुई थी हिम्मत से काम लिया और अच्छा शूट हुआ जिसमे संचिता के कामों की तारीफ होने लगी फिर क्या फोटो शूट,  एड शूट, होल्डिंग के लिये एड मिलने लगे। कन्नड़ मूवी का ऑफर मिला जिसकी शूटिंग 2002 मे हुई और संचिता ने उसे भी किया फिर तेलगू फ़िल्म मिला जिसमे संचिता ने लीड रोल किया। आज संचिता को उसके मम्मी पापा के आशीर्वाद से संचिता को काफी एड हिन्दी, बंगाली में मिल रहे है, कुछ म्यूजिक एलबम में भी काम मिल रहे है किन्तु बहुत ही सेलेक्टेड अच्छा रोल ही संचिता करना चाहती है।
   अभी संचिता बहुत बड़ी फिल्म कम्पनी ई4यू इंटरप्राइजेज के बैनर तले दो फिल्मों में काम करने के लिये साइन किया है। एक फ़िल्म उत्तराखंड के देहरादून और नैनीताल में शूट होगा जिसमें संचिता का बहुत ही प्यारा रोल है और दूसरी फ़िल्म लन्दन में शूट होगी जिसमे कुछ कलाकार हॉलीवुड के भी रहेंगे। संचिता के लिये बहुत बड़ी बात होगी कि उसे ई4यू इंटरप्राइजेज प्रोडक्शन हाउस के साथ साथ डिस्ट्रब्यूशन भी करती है उसके बैनर तले काम करने का अवसर मिला है और संचिता को भी एक उम्मीद में साथ विस्वास भी है कि फ़िल्म बहुत अच्छी रिलीज़ होगी।

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