कोडिंग मास्टर देवांश धनगर, प्रदीप जी पाल, ग्रीनमेन विजय पाल बघेल,  शेफर्ड नंद किशोर धनगर को जयपुर में  अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया गया 


आपने देश का गौरव सारे विश्व में बढ़ाया है। 
लखनऊ, उत्तर प्रदेश। कोडिंग मास्टर देवांश धनगर, एडीटर इन चीफ प्रदीप जी पाल, ग्रीनमेन विजय पाल बघेल, उत्तर भारत के संत शेफर्ड नंद किशोर धनगर को पिंक सिटी जयपुर में उनकी अनुकरणीय सेवाओं के लिए अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड से 4 दिसम्बर 2021 में सम्मानित किया गया। ‘मेरी आइडेंटिटी’ अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड समारोह जयपुर के होटल क्लार्क आमेर में मेरी पहचान सहायता ट्रस्ट द्वारा आयोजित किया गया जिसमें भारत सहित लगभग 6 देशों के गणमान्य लोगों ने शिरकत की। 
    समारोह की मुख्य अतिथि बैकाॅक की यूनाइटेड नेशन्स पीस कीपर्स फैडरल कोन्सिल (यूएनपीकेएफसी) की अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री अपनिता चिना, विशिष्ट अतिथि थाईलैंड की डा. चरनीथसर खानिजोर, अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, यूनाइटेड नेशन्स पीस कीपर्स फैडरल कोन्सिल (यूएनपीकेएफसी) एवं पद्मश्री गुलाबो सपेरा आदि ने स्मृति चिन्ह एवं सार्टीफिकेट देकर मंच पर सम्मानित किया। इस अन्तर्राष्ट्रीय उपलब्धि से देश का गौरव सारे विश्व में बढ़ाया है।   
    इस अवसर पर बैकाॅक-दुबई, नेपाल सहित अन्य देशों की विख्यात 50 विभूतियों को भी अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया गया। अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड समारोह में भारत सहित 11 देशों की विभूतियों की आकर्षक पुस्तिका में छपी बायोग्राफी का विमोचन भी हुआ।  
    समारोह की मुख्य अतिथि बैकाॅक की यूनाइटेड नेशन्स पीस कीपर्स फैडरल कोन्सिल (यूएनपीकेएफसी) की अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री अपनिता चिना ने कहा कि मेरी पहचान ट्रस्ट की कार्यशैली को देखकर हम प्रतिभाशाली जरूरतमंद एक हजार बच्चों की शिक्षा का खर्चा उठाने की घोषणा करते हैं। 
    ट्रस्ट के डायरेक्टर शेर सिंह बघेला ने कहा कि यह हमारी संस्था का पहला अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड समारोह है। अवार्ड समारोह में कई देशोें के ऐसे लोगों शिरकत कर रहे हैं जो अपनी प्रतिभा से मानव जाति का अत्यधिक गौरव सारे विश्व में बढ़ा रहे हैं। श्री बघेला ने आगे कहा कि वह अपनी संस्था के माध्यम से विश्व एकता तथा विश्व शान्ति की भावना से जनहितैषी कार्यों व जरूरतमंदों को आगे बढाने के लिए सदैव प्रयासरत रहेंगे।
    इस अवसर पर श्री प्रदीप पाल ने कहा कि 21वीं सदी के वर्तमान वैश्विक युग में हम विश्व के प्रत्येक घर को पारिवारिक एकता की डोर से जोड़ने के लिए आप सभी के सहयोग से सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहे हैं। हम सभी का संकल्प होना चाहिए कि हमें समाज के आखिरी घर तक पारिवारिक एकता रूपी दीपक जलाना है। पर्यावरण को साफ-सुथरा बनाने के लिए यथा शक्ति प्रयास करना है। 
    उन्होंने आगे कहा कि मेरा लगभग 41 वर्षों के मीडिया एवं शैक्षिक अनुभव के आधार पर मानना है कि शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसके द्वारा विश्व को बदला जा सकता है। वैश्विक कोरोना महामारी ने सारी मानव जाति को अहसास कराया है कि अन्तर्राष्ट्रीय समस्याओं का हल विश्व के सभी देशों को एक वैश्विक लोकतांत्रिक व्यवस्था का गठन करके निकलना होगा। हमारा विश्वास है कि विश्व गुरू तथा वसुधैव कुटुम्बकम् की संस्कृति वाला भारत का शीर्ष नेतृत्व ही विश्व में निकट भविष्य में विश्व संसद, विश्व सरकार तथा प्रभावशाली विश्व न्यायालय का गठन समय रहते करेंगा।

भवदीय   
विश्व पाल, मीडिया प्रभारी   
 

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