पश्चिमांचल हिंदी प्रचार समिति,वडोदरा के तत्वावधान में वैज्ञानिक कवि कबीर की जयंती पर एक संगोष्ठी का आयोजन

पश्चिमांचल हिंदी प्रचार समिति,वडोदरा के तत्वावधान में वैज्ञानिक कवि कबीर की जयंती पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया संगोष्ठी में वक्ताओं व कवियों ने युगद्रष्टा कवि कबीर के बहुआयामी व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला संगोष्ठी में कबीर की रचनाओं- दोहे पद एवं भजनों का भी प्रस्तुतीकरण किया गया प्रस्तुति देने वालों में श्री अरविंद मिश्र डॉ अशोक नागर डॉ अशोक वार्ष्णेय प्रो के निनामा डॉ लता सुमंत श्री अशोक कूमट श्रीमती निधि सक्सेना श्रीमती सुधा त्रिपाठी श्री दीपक नायकवाडे श्री नारायण प्रसाद नामदेव श्री गिरीश सोलंकी श्रीमती नीता परमार श्री जसु भाई परमार श्रीमती श्रद्धा चौरे सुश्री रेखा करणकाल डॉ जया शुक्ला श्री राजेंद्र चौहान श्री उपेंद्र मेहता श्री बी पी संत एवं नवोदित कवयित्री कुमारी युगिष्ठा श्रीवास्तव . अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ माणिक मृगेश ने कहा कि कबीर संसार के एक मात्र कवि हैं जिनकी रचनाएँ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ओत-प्रोत हैं . वे अपनी बात को, अपने विचार को साथ की साथ दृष्टांतों से पुष्ट करते चलते हैं
संगोष्ठी का संचालन श्रीमती सुषमा श्रीवास्तव स्वागत प्रवचन डॉ मीरा सक्सेना द्वारा किया गया डॉ पूनम वशिष्ठ के आभार ज्ञापन के साथ संगोष्ठी संपन्न हुई
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